Mangalwar Upay: हनुमान जी को प्रसन्न करने के 8 अचूक उपाय, मंगलवार को करें ये सरल टोटके, दूर होंगे संकट!


मंगलवार को किसी ऐसे मंदिर में जाएं जहां भगवान श्रीराम और हनुमान जी दोनों की ही प्रतिमा हो. वहीं जाने के बाद श्रीराम और हनुमान जी की प्रतिमा के सामने घी का दीपक जलाएं. इसके बाद भगवान श्रीराम की मूर्ति के सामने बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें. इस उपाय को करने से श्रीराम और हनुमान जी दोनों की ही कृपा प्राप्त होती है.

मंगलवार को किसी ऐसे मंदिर में जाएं जहां भगवान श्रीराम और हनुमान जी दोनों की ही प्रतिमा हो. वहीं जाने के बाद श्रीराम और हनुमान जी की प्रतिमा के सामने घी का दीपक जलाएं. इसके बाद भगवान श्रीराम की मूर्ति के सामने बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें. इस उपाय को करने से श्रीराम और हनुमान जी दोनों की ही कृपा प्राप्त होती है.

मंगलवार के दिन घर में पारद से बने हनुमानजी की मूर्ति को स्थापित करना बेहद शुभ माना जाता है. तंत्र शास्त्र के मुताबिक पारद से बने हनुमान जी की पूजा करने से सभी तरह के बिगड़े काम बन जाते हैं. पारद से बने हनुमान जी की मूर्ति को घर में रखने से सभी तरह के विघ्न दूर होते हैं. घर में इस मूर्ति को स्थापित करने के बाद प्रतिदिन इनकी पूजा करनी चाहिए. यदि किसी व्यक्ति को पितृदोष लगा है तो उसे पारद से निर्मित हनुमान प्रतिमा की पूजा करनी चाहिए. ऐसा करने से पितृदोष से छुटकारा मिलता है.

मंगलवार के दिन घर में पारद से बने हनुमानजी की मूर्ति को स्थापित करना बेहद शुभ माना जाता है. तंत्र शास्त्र के मुताबिक पारद से बने हनुमान जी की पूजा करने से सभी तरह के बिगड़े काम बन जाते हैं. पारद से बने हनुमान जी की मूर्ति को घर में रखने से सभी तरह के विघ्न दूर होते हैं. घर में इस मूर्ति को स्थापित करने के बाद प्रतिदिन इनकी पूजा करनी चाहिए. यदि किसी व्यक्ति को पितृदोष लगा है तो उसे पारद से निर्मित हनुमान प्रतिमा की पूजा करनी चाहिए. ऐसा करने से पितृदोष से छुटकारा मिलता है.

मंगलवार के दिन सुबह स्नान के बाद बड़ के पेड़ से 11 से 21 पत्ते को तोड़ लें. आपको इस बात का ध्यान रखना है कि ये पत्ते साफ और साबूत हो. अब इन्हें साफ पानी से धोने के बाद इसके ऊपर केसर या चंदन से श्रीराम का नाम लिख लें. अब इन पत्तों की माला बनाकर पास के ही किसी हनुमान मंदिर में हनुमान जी को पहना दें. माला बनाते समय रंग बिरंगे धागे का इस्तेमाल करें.

मंगलवार के दिन सुबह स्नान के बाद बड़ के पेड़ से 11 से 21 पत्ते को तोड़ लें. आपको इस बात का ध्यान रखना है कि ये पत्ते साफ और साबूत हो. अब इन्हें साफ पानी से धोने के बाद इसके ऊपर केसर या चंदन से श्रीराम का नाम लिख लें. अब इन पत्तों की माला बनाकर पास के ही किसी हनुमान मंदिर में हनुमान जी को पहना दें. माला बनाते समय रंग बिरंगे धागे का इस्तेमाल करें.

श्रीराम नवमी के दिन घर के पास स्थित किसी भी हनुमान जी के मंदिर में उन्हें सिंदूर और चमेली का तेल अर्पित करें. ऐसा करने से सभी तरह की मनोकामनाएं पूरी होती है. इसके साथ ही हनुमान जी अपने भक्तों से काफी प्रसन्न भी होते हैं.

श्रीराम नवमी के दिन घर के पास स्थित किसी भी हनुमान जी के मंदिर में उन्हें सिंदूर और चमेली का तेल अर्पित करें. ऐसा करने से सभी तरह की मनोकामनाएं पूरी होती है. इसके साथ ही हनुमान जी अपने भक्तों से काफी प्रसन्न भी होते हैं.

मंगलवार के दिन हनुमान जी को समर्पित होता है. इस दिन हनुमान जी को चोला अर्पित करने से पहले उनका स्नान करें. इस दिन लाल रंग के वस्त्र धारण करना बेहद शुभ माना जाता है. हनुमान जी को चोला चढ़ाते समय चमेली के तेल का दीपक इस्तेमाल करें. इसके साथ ही हनुमान जी को गुलाब के फूल की माला पहनाएं और केवड़े का इत्र अर्पित करें. इसके साथ ही राम नाम का 108 बार जाप करें.

मंगलवार के दिन हनुमान जी को समर्पित होता है. इस दिन हनुमान जी को चोला अर्पित करने से पहले उनका स्नान करें. इस दिन लाल रंग के वस्त्र धारण करना बेहद शुभ माना जाता है. हनुमान जी को चोला चढ़ाते समय चमेली के तेल का दीपक इस्तेमाल करें. इसके साथ ही हनुमान जी को गुलाब के फूल की माला पहनाएं और केवड़े का इत्र अर्पित करें. इसके साथ ही राम नाम का 108 बार जाप करें.

मंगलवार के दिन तेल, बेसन और उड़द के आटे से बनाई हुई हनुमान जी की प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा कर घी का दीपक जलाएं और विधिवत उनकी पूजा करने के बाद लड्डू का भोग लगाएं. इसके बाद 27 पान के पत्ते और सुपारी आदि लेकर पान का बीड़ा बनाकर हनुमान जी को अर्पित करें. इसके बाद नमो भगवते आंजनेयाय महाबलाय स्वाहा मंत्र का जाप करें.  इसके बाद आरती, स्तुति करने के बाद इस मूर्ति को विसर्जित कर दें. इसके बाद ब्राह्मणों को भोजन कराकर दान दक्षिणा दें और सम्मान के साथ विदा करें.

मंगलवार के दिन तेल, बेसन और उड़द के आटे से बनाई हुई हनुमान जी की प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा कर घी का दीपक जलाएं और विधिवत उनकी पूजा करने के बाद लड्डू का भोग लगाएं. इसके बाद 27 पान के पत्ते और सुपारी आदि लेकर पान का बीड़ा बनाकर हनुमान जी को अर्पित करें. इसके बाद नमो भगवते आंजनेयाय महाबलाय स्वाहा मंत्र का जाप करें. इसके बाद आरती, स्तुति करने के बाद इस मूर्ति को विसर्जित कर दें. इसके बाद ब्राह्मणों को भोजन कराकर दान दक्षिणा दें और सम्मान के साथ विदा करें.

जो भी लोग शनि दोष से पीड़ित हैं उन्हें मंगलवार के दिन काली उड़द व कोयले की एक पोटली बना लें. इसमें एक रुपए का सिक्का रखें. इसके बाद उस पोटली को अपने ऊपर से घूमाकर किसी नदी में प्रवाहित कर दें. इसके साथ ही किसी भी हनुमान मंदिर में श्रीराम नाम का जाप करें. ऐसा करने से शनि दोष का प्रभाव कम होता है.

जो भी लोग शनि दोष से पीड़ित हैं उन्हें मंगलवार के दिन काली उड़द व कोयले की एक पोटली बना लें. इसमें एक रुपए का सिक्का रखें. इसके बाद उस पोटली को अपने ऊपर से घूमाकर किसी नदी में प्रवाहित कर दें. इसके साथ ही किसी भी हनुमान मंदिर में श्रीराम नाम का जाप करें. ऐसा करने से शनि दोष का प्रभाव कम होता है.

यदि आप जीवन में किसी भी तरह के संकट का सामना कर रहे हैं तो विधि-विधान से ऊं नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा। मंत्र का जाप करना चाहिए. इस मंत्र का जाप करने से पहले सर्वप्रथम स्नान आदि नित्य कर्म से निवृत्त होकर साफ कपड़े पहन लें. इसके बाद माता-पिता, गुरु, इष्ट व कुल देवता को नमन करके कुश पर बैठे. इसके बाद पारद हनुमान जी की प्रतिमा के सामने मंत्र का जाप करें.

यदि आप जीवन में किसी भी तरह के संकट का सामना कर रहे हैं तो विधि-विधान से ऊं नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा। मंत्र का जाप करना चाहिए. इस मंत्र का जाप करने से पहले सर्वप्रथम स्नान आदि नित्य कर्म से निवृत्त होकर साफ कपड़े पहन लें. इसके बाद माता-पिता, गुरु, इष्ट व कुल देवता को नमन करके कुश पर बैठे. इसके बाद पारद हनुमान जी की प्रतिमा के सामने मंत्र का जाप करें.

Published at : 02 Sep 2025 07:00 AM (IST)


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