tajmahal car parking । car parked in sun। safety tips । ताजमहल पार्किंग में बुजुर्ग की जान खतरे में कार का तापमान 70 डिग्री


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ताजमहल की पश्चिमी पार्किंग में एक बुजुर्ग को कार में बंद छोड़ने से उसका तापमान 65-70 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जिससे उसकी जान पर बन आई. पुलिस ने शीशा तोड़कर उसे बचाया.

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धूप में खड़ी गाड़ी बन जाती है तपती हुई भट्टी, इतना बढ़ जाता है तापमानकार के अंदर का तापमान बाहर से कहीं ज्यादा होता है.
नई दिल्ली. आगरा के ताजमहल की पश्चिमी पार्किंग में एक डरावना वाकया सामने आया, जहां एक कार का अंदरूनी तापमान इतना भयानक स्तर तक पहुंच गया कि एक बुजुर्ग की जान पर बन आई. महाराष्ट्र से आए सात लोगों के परिवार ने ताजमहल घूमने का प्लान बनाया और अपने बुजुर्ग को कार में बंद छोड़ दिया, गमछे से हाथ बांधकर! कार शीशे बंद करके धूप में खड़ी रही, और अंदर का तापमान 65-70 डिग्री सेल्सियस तक चढ़ गया, जो किसी के लिए भी जानलेवा हो सकता है. पार्किंग कर्मचारियों ने बुजुर्ग को तड़पते देखकर पर्यटन पुलिस को बुलाया, जिन्होंने शीशा तोड़कर उसे बचाया, लेकिन ये घटना कार के तापमान की खतरनाक सच्चाई को उजागर करती है.

दरअसल, जब बाहर का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस हो और कार शीशे बंद करके धूप में खड़ी हो, तो अंदर का माहौल जल्दी भट्टी बन जाता है. ऐसा ग्रीनहाउस इफेक्ट की वजह से होता है, सूरज की किरणें शीशों से अंदर आती हैं, लेकिन गर्मी बाहर नहीं निकल पाती. 2-3 घंटे में तापमान 65-70 डिग्री तक पहुंच सकता है, जो बाहर के तापमान से 20-30 डिग्री ज्यादा है. कई बातें इसे और खतरनाक बनाती हैं. गहरे रंग की कारें, जैसे काली, हल्के रंग की (जैसे सफेद) से ज्यादा गर्मी सोखती हैं. अगर हवा न चले या कार छाया से दूर हो, तो गर्मी का स्तर और बढ़ जाता है. सूरज की तीव्रता भी अहम है, दोपहर के वक्त ये असर सबसे ज्यादा होता है. स्टडीज बताती हैं कि कार की सामग्री और खिड़कियों का इंसुलेशन भी तापमान को प्रभावित करता है.

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“कार में फंस गए तो कैसे बचें? जानिए जिंदा रहने के टिप्स”

अगर कभी आप या कोई और कार में फंस जाए, तो ये टिप्स जानलेवा स्थिति से बचा सकते हैं. सबसे पहले, अगर शीशा थोड़ा भी खुला रखा जा सके, तो गर्मी निकलने का रास्ता बनाएं—बस 2-3 इंच का गैप काफी हो सकता है. सनशेड या परदे का इस्तेमाल करें, जो सूरज की किरणों को अंदर आने से रोके. पानी की बोतल रखें और धीरे-धीरे चुस्कियां लें—डिहाइड्रेशन से बचाव के लिए. कपड़े गीले करके शरीर पर रखें या सांस लेने के लिए नीचे की ओर झुकें, जहां हवा थोड़ी ठंडी हो सकती है. मोबाइल से मदद मांगें, लेकिन बैटरी बचाएं. अगर संभव हो, तो कार की सीट को काटकर हवा निकालने की कोशिश करें, लेकिन सावधानी से.

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“परिवार की लापरवाही ने उजागर किया खतरा”

इस मामले में परिवार ने बुजुर्ग को कार में छोड़कर घूमने निकला, लेकिन गर्मी ने हालात बेकाबू कर दिए. पुलिस ने शीशा तोड़कर रेस्क्यू किया, लेकिन परिवार ने उसे फिर कार में ले लिया. ये घटना कार के तापमान के जोखिम को दिखाती है, जो बच्चों, बुजुर्गों या पालतू जानवरों के लिए खतरनाक हो सकता है. हीटस्ट्रोक का खतरा बना रहता है, और ऐसी लापरवाही सजा की हकदार है.

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Jai Thakur

जय ठाकुर 2018 से खबरों की दुनिया से जुड़े हुए हैं. 2022 से News18Hindi में सीनियर सब एडिटर के तौर पर कार्यरत हैं और बिजनेस टीम का हिस्सा हैं. बिजनेस, विशेषकर शेयर बाजार से जुड़ी खबरों में रुचि है. इसके अलावा दे…और पढ़ें

जय ठाकुर 2018 से खबरों की दुनिया से जुड़े हुए हैं. 2022 से News18Hindi में सीनियर सब एडिटर के तौर पर कार्यरत हैं और बिजनेस टीम का हिस्सा हैं. बिजनेस, विशेषकर शेयर बाजार से जुड़ी खबरों में रुचि है. इसके अलावा दे… और पढ़ें

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