Shani Dev Upay: शनि देव को प्रसन्न करने के 10 अचूक उपाय, तुरंत पाएं साढ़े साती, ढैय्या और महादशा से मुक्ति!

Shani Remedies: शनि देव न्याय और कर्म प्रधान देवता हैं, जो लोगों को दंड नहीं बल्कि सीख देते हैं. कई लोग शनि ग्रह को क्रूर ग्रह मानते हैं, जबकि शनि देव की कृपा व्यक्ति को ऊंचाइयों तक ले जाती है. वही शनि देव अगर आपसे नाराज हैं तो आपके जीवन में समस्याएं और मुश्किलें एक के बाद एक आती ही रहती है.
यही कारण है कि लोग शनि देव का आशीर्वाद पाने के लिए तमाम तरह के उपाय और नियमों का पालन करते हैं. शनि की साढ़े साती, ढैय्या और महादशा से बचने के लिए लोग सरल उपायों के बारे में जानना चाहते हैं, ताकि उनकी कृपा दृष्टि प्राप्त हो सकें. आज हम आपको 10 ऐसे उपायों के बारे में बताएंगे जिन्हें करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं.
शनि दोष कम करने के 10 उपाय
जो भी व्यक्ति शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या या महादशा से गुजर रहा है, उसे ये 10 शक्तिशाली वैदिक ज्योतिष उपाय करने चाहिए, जिससे उसे शनि देव की कृपा प्राप्त हो सकें. ये उपाय कोई चमात्कारिक नहीं अपितु कर्म संतुलन पर आधारित है.
प्रत्येक शनिवार को गोधूलि बेला में पीपल के पेड़ के नीचे बैठें और ध्यान करें. |
इसके साथ ही सरसों के तेल का दीया जलाएं और शनिदेव का स्मरण करते हुए काले तिल को अर्पण करें. |
शनि देव का ध्यान करते हुए ॐ शं शनिचराय नमः मंत्र का 108 बार जाप करें. |
शनि देव का वाहन कौवा होता है, उसे चावल और तिल खिलाएं. ऐसा करने से पितृ दोष और पितृ कर्म से मुक्ति मिलती है. |
शत्रुओं से सुरक्षा के लिए शनि होरा के दौरान हाथ में घोड़े की नाल की अंगूठी पहनें. |
छिपे हुए बुरे कर्मों को ठीक करने के लिए शैडोवर्क और ड्रीम जर्नलिंग का करें. |
करियर या धन से संबंधित दिक्कतों से छुटकारा पाने के लिए घर के दक्षिण-पश्चिम कोने में शनि दीप(सरसों का तेल और लोहे के दीए में दीपक) जलाएं. |
जीवन में विनम्रता का अभ्यास करें. श्मशान घाटों पर निस्वार्थ भाव से सेवा करें और गंदें स्थानों की सफाई करें. शनि को अनुशासन में रहने वाले लोग काफी पसंद आते हैं. |
मन और कर्मों को शुद्ध करने का अभ्यास करें. शनिवार के दिन काले वस्त्र पहनें और कम से कम बोलें. |
शनिवार के दिन शनि तेल अनुष्ठान करें. करना ये है कि प्रतिबिंब पर सरसों का तेल चढ़ाएं और इसे शमी पेड़ के नीचे डालें. जीवन में भय, बेचैनी और कर्म को संतुलन करने के लिए अंधेरे में अष्टांग प्राणायाम का निरंतर अभ्यास करें. |
वैदिक ज्योतिष के मुताबिक जब आप शनि की उच्च ऊर्जा से जुड़ जाते हैं तो वह रातोंरात आपके जीवन में अप्रत्याशित अच्छे बदलाव ला सकते हैं. शनि देव लोगों पर निरंतर अच्छी शिक्षाएं और व्यवहार अपनाने के लिए प्रेरित करते हैं. कर्म संतुलन के जरिए शनि देव की कृपा प्राप्त की जा सकती है.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
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