30 मिनट में बैटरी फुल, जेब पर भी नहीं होगा ज्यादा असर, कैसे औरों से अलग है टेस्ला का चार्जिंग स्टेशन?

Tesla Charging Station- एलन मस्क की कंपनी टेस्ला मुंबई के बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स में अपना पहला चार्जिंग स्टेशन शुरू करेगी. इसमें 4 V4 सुपरचार्जिंग स्टॉल्स और 4 डेस्टिनेशन चार्जर्स होंगे.

पिछले महीने, टेस्ला ने 59.89 लाख रुपये की शुरुआती कीमत के साथ अपना मॉडल वाई पेश किया, जबकि मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) में मेकर मैक्सिटी वाणिज्यिक परिसर में अपना पहला अनुभव केंद्र खोला. अपनी कार की लॉन्चिंग के अवसर पर टेस्ला ने मुंबई में आठ सुपरचार्जिंग स्टाल खोलने की घोषणा की थी.
30 मिनट में कार फुल चार्ज
V4 सुपरचार्जर की चार्जिंग स्पीड 250 किलोवॉट तक होगी. यह 20–30 मिनट में कार को फास्ट चार्ज कर सकती है. बैटरी चार्ज करने के लिए 24 रुपये प्रति किलोवॉट की दर से पैसे चुकाने होंगे. वहीं, डेस्टिनेशन चार्जर 11 किलोवॉट की स्पीड से कार को चार्ज करेगा. इसके लिए 14 रुपये प्रति किलोवॉट के हिसाब से पैसे देने होंगे.
केवल टेस्ला कारें ही होंगी चार्ज
दूसरों से कैसे अलग है टेस्ला चार्जिंग स्टेशन
अब सवाल यह है कि टेस्ला का यह चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर भारत में पहले से मौजूद EV चार्जिंग नेटवर्क (जैसे टाटा पावर, एथर, Statiq आदि) से कैसे अलग है? टाटा, एथर और अन्य कंपनियां AC और DC दोनों चार्जिंग विकल्प देती हैं. इनकी चार्जिंग स्पीड आमतौर पर 3.3 kW से लेकर 60 kW तक होती है और चार्जिंग में 30 मिनट से 2 घंटे तक का समय लग सकता है. कीमत की बात करें तो ₹10–₹18 प्रति किलोवॉट तक चार्ज लिया जाता है. खास बात यह है कि ये चार्जर सभी ब्रांड्स की ईवी को सपोर्ट करते हैं.
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