दिल्ली में 1139 आरोग्य मंदिरों के लिए शुरू होने वाली है भर्ती, एज लिमिट में मिलेगी 10 साल की छूट


राजधानी दिल्ली में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है. मार्च 2026 तक शुरू होने वाले 1,139 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के लिए डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है. सबसे खास बात यह है कि इस भर्ती में डॉक्टरों को उम्र सीमा में वन-टाइम 10 साल की छूट दी जाएगी. यानी अब 55 साल तक के डॉक्टर भी आवेदन कर सकेंगे, जबकि पहले अधिकतम उम्र 45 वर्ष थी. उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. स्वास्थ्य विभाग इसी सप्ताह से भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी में है.

मार्च 2026 तक दिल्ली में सभी आयुष्मान आरोग्य मंदिर पूरी तरह से शुरू हो जाएंगे. केंद्र सरकार की ओर से वित्तपोषित प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत अवसरंचना मिशन वर्ष 2021-22 में शुरू हुआ था. इस योजना का लक्ष्य है कि हर नागरिक को उसके मोहल्ले और वार्ड में ही प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हों. हालांकि, इसके लिए केंद्र से वित्तीय सहयोग केवल मार्च 2026 तक ही मिलेगा. इसी कारण सरकार चाहती है कि उस समय तक सभी मंदिर पूरी तरह काम करने लगें.

उम्र क्या होगी?

दिल्ली स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी दी है कि आने वाले दिनों में डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ और सपोर्ट स्टाफ की संविदा पर नियुक्तियां की जाएंगी. डॉक्टरों की अधिकतम उम्र सीमा 45 से बढ़ाकर 55 साल कर दी गई है. फार्मासिस्ट और मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर को भी उम्र सीमा में छूट दी गई है. यह नियुक्तियां अनुबंध के आधार पर होंगी ताकि जल्दी से जल्दी सभी केंद्रों को चालू किया जा सके.

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फिलहाल राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत अनुबंध पर चिकित्सा अधिकारियों की अधिकतम आयु सीमा 45 वर्ष और फार्मासिस्ट व मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर की 30 वर्ष थी. लेकिन अब नई छूट से हजारों अनुभवी डॉक्टरों और मेडिकल प्रोफेशनल्स को नौकरी का अवसर मिलेगा.

नजदीक में मिलेगा इलाज 

दिल्ली की बड़ी आबादी सरकारी अस्पतालों और डिस्पेंसरी पर निर्भर है. अक्सर यहां भीड़ और लंबा इंतजार मरीजों की परेशानी बढ़ाता है. आयुष्मान आरोग्य मंदिर शुरू होने के बाद लोगों को उनके नजदीकी इलाके में ही बुनियादी इलाज मिल सकेगा. डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ की उपलब्धता से सामान्य जांच और प्राथमिक इलाज आसानी से होगा. इससे अस्पतालों पर बोझ कम होगा और गंभीर मरीजों को तुरंत इलाज मिल पाएगा.

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