कुंडली में इन 3 ग्रहों के कमजोर होने पर लगता है डर, जान लें बचने के उपाय


ज्योतिष शास्त्र
ज्योतिष शास्त्र की मानें तो कुंडली में मौजूद ग्रह आपके व्यक्तित्व के बारे में काफी कुछ बता देते हैं। ऐसे में ग्रहों की अच्छी स्थिति जहां आपको आत्मविश्वास से भर देती है, वहीं कुछ ग्रहों का कमजोर होना डर का कारण बना सकता है। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि किन ग्रहों के कमजोर होने पर व्यक्ति भय का सामना कर सकता है और क्या उपाय करने से भय दूर हो सकता है।
डर का कारण हैं कुंडली के ये ग्रह
ज्योतिष शास्त्र की माने तो कुंडली के तीन ग्रह मुख्य रूप से डर का कारण बनते हैं। ये ग्रह हैं चंद्रमा, राहु और केतु इनके अलावा कुछ परिस्थितियों में शनि भी डर का कारण बन सकता है।
चंद्रमा के कमजोर होने का प्रभाव
अगर कुंडली में चंद्रमा कमजोर स्थिति में हो तो ऐसा व्यक्ति चिंता ग्रस्त रहता है। ऐसे लोगों का मन अशांत होता है और कई तरह के विचार इनके मन में आते रहते हैं। अक्सर ये नकारात्मक विचारों की चपेट में बहुत जल्दी आ जाते हैं। ऐसे लोगों को वहम भी बहुत अधिक होता है। ये ऐसे लोग होते हैं जो सकारात्मक स्थिति में भी आपको नेगेटिव नजर आ सकते हैं। भावनात्मक रूप से भी ऐसे लोग बहुत कमजोर होते हैं और छोटी-छोटी बातों पर भी रूठ सकते हैं। अपने भविष्य को लेकर भी ये चिंतित रहते हैं, साथ ही घर के लोग या करीबियों को लेकर भी यह भय ग्रस्त हो सकते हैं।
राहु-केतु का कुंडली में कमजोर होना
राहु-केतु दोनों ही मयावी ग्रह हैं। ऐसे में कुंडली में इनकी कमजोर स्थिति भी व्यक्ति के मन में भय पैदा करती है। राहु के कमजोर होने पर अक्सर काल्पनिक भय व्यक्ति को सताता है, यानि जो चीज है नहीं या होगी नहीं उसको लेकर व्यक्ति को डर सताता रहता है। ऐसे लोग वहम करने वाले भी माने जाते हैं। वहीं केतु के कमजोर होने पर व्यक्ति का आत्मविश्वास डगमगाता है ऐसा व्यक्ति लोगों से मिलने में घबराता है और इनको खुद पर ही बहुत संदेह होता है।
शनि का कुंडली में कमजोर होना
शनि कर्मफलदाता है और अगर कोई व्यक्ति गलत कर्म करता है या गलत संगति में रहता है तो कमजोर शनि ऐसे व्यक्ति को परेशान कर सकता है। ऐसे लोग भय ग्रस्त होकर अपना नुकसान भी कर सकते हैं। अनुशासित न रहने वाले लोगों पर भी शनि का प्रकोप बरसता है।
कैसे पाएं भय से मुक्ति?
अगर आपकी कुंडली में भी ऊपर बताए ग्रह कमजोर हैं या आप भी बहुत अधिक डरते हैं तो नीचे दिए गए उपाय आपके लिए कारगर साबित हो सकते हैं।
- भगवान शिव की पूजा और शिवलिंग का जलाभिषेक करने से भय से मुक्ति मिलती है।
- डर को मात देकर आत्मविश्वास पाने के लिए सूर्य देव की उपासना करनी चाहिए और सुबह के समय जल का अर्घ्य देना चाहिए।
- हनुमान चालीसा का पाठ करने से भी लाभ होता है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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