इस 1 विटामिन की कमी से आ सकता है हार्ट अटैक, कहीं आप में तो नहीं है इसकी कमी

Vitamin deficiency Heart Attack Risk: हार्ट अटैक को हमेशा केवल कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर या डायबिटीज से जोड़कर देखा जाता है. लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि विटामिन D की कमी से भी हार्ट अटैक का बड़ा कारण बन सकती है. इस मामले पर डॉ. बिमल छाजेड़ बताते हैं कि अगर शरीर में यह विटामिन कम हो जाए तो दिल की सेहत पर सीधा असर पड़ता है.
क्यों जरूरी है विटामिन D
विटामिन D को “सनशाइन विटामिन” भी कहा जाता है. यह शरीर में कैल्शियम और फॉस्फोरस को बैलेंस करता है, जिससे हड्डियां मजबूत रहती हैं. लेकिन ये केवल हड्डियों पर ही नहीं, बल्कि हार्ट पर भी असर डालता है.. जिन लोगों में यह कमी होती है, उनमें heart attack risk दोगुना हो सकता है.
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विटामिन D की कमी और हार्ट अटैक का रिश्ता क्या है
जब शरीर में विटामिन D की कमी होती है तो ब्लड प्रेशर असंतुलित हो जाता है और धमनियों में सूजन आने लगती है. यह स्थिति धीरे-धीरे cardiovascular disease का रूप ले सकती है.
- ब्लड क्लॉटिंग का खतरा बढ़ जाता है
- हार्ट पंपिंग क्षमता कमजोर हो जाती है
- शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ सकता है
- इन कारणों से हार्ट अटैक की आशंका कई गुना बढ़ जाती है
विटामिन D की कमी के लक्षण
- लगातार थकान रहना
- हड्डियों और मांसपेशियों में दर्द
- बार-बार बीमार पड़ना
- नींद की समस्या
- डिप्रेशन या मूड स्विंग
- ये संकेत बताते हैं कि आपके शरीर में vitamin D deficiency symptoms हैं
कैसे पूरी करें विटामिन D की कमी?
- सुबह की धूप में कम से कम 15 मिनट जरूर बैठें
- आहार में दूध, दही, अंडे, मशरूम और फैटी फिश शामिल करें
- डॉक्टर की सलाह से vitamin D supplements लें
हार्ट अटैक से बचने के लिए जरूरी है कि समय-समय पर vitamin D level test कराते रहें. अगर कमी पाए तो तुरंत उपचार शुरू करें. साथ ही, संतुलित आहार और नियमित व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करें.
दिल को स्वस्थ रखना सिर्फ ब्लड प्रेशर और शुगर कंट्रोल करने से नहीं होगा. Vitamin D की कमी को नजरअंदाज करना खतरनाक साबित हो सकता है. अगर आप चाहते हैं कि हार्ट अटैक का खतरा दूर रहे, तो आज ही अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करें और विटामिन D की पर्याप्त मात्रा जरूर लें.
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Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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