Raksha Bandhan 2025: रक्षाबंधन पर न करें ये 5 गलतियां, माना जाता है अशुभ


पंचांग के मुताबिक रक्षाबंधन का त्योहार हर साल सावन पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है, जोकि इस साल शनिवार 9 अगस्त 2025 को पड़ रही है. रक्षाबंधन का पर्व केवल एक सूत (धागा) बांधने का नहीं बल्कि भाई-बहन के मजबूत रिश्ते का भी प्रतीक है.

पंचांग के मुताबिक रक्षाबंधन का त्योहार हर साल सावन पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है, जोकि इस साल शनिवार 9 अगस्त 2025 को पड़ रही है. रक्षाबंधन का पर्व केवल एक सूत (धागा) बांधने का नहीं बल्कि भाई-बहन के मजबूत रिश्ते का भी प्रतीक है.

रक्षाबंधन के दिन भाई की कलाई पर राखी बांधते समय बहन को शुभ मुहूर्त, सही विधि, उचित दिशा आदि जैसी कई बातों का ध्यान रखना पड़ता है. क्योंकि जाने-अनजाने में हुई गलतियां कई बार रिश्तों में दरार पैदा करती है. इसलिए इस पवित्र दिन पर ऐसी कोई गलती न करें. जान लीजिए रक्षाबंधन से जुड़े जरूरी नियम.

रक्षाबंधन के दिन भाई की कलाई पर राखी बांधते समय बहन को शुभ मुहूर्त, सही विधि, उचित दिशा आदि जैसी कई बातों का ध्यान रखना पड़ता है. क्योंकि जाने-अनजाने में हुई गलतियां कई बार रिश्तों में दरार पैदा करती है. इसलिए इस पवित्र दिन पर ऐसी कोई गलती न करें. जान लीजिए रक्षाबंधन से जुड़े जरूरी नियम.

मुहूर्त का रखें ध्यान- ऱक्षाबंधन के दिन किसी भी समय में राखी न बांधे, बल्कि केवल शुभ मुहूर्त में ही भाई की कलाई पर राखी बांधने की सलाह दी जाती है. रक्षाबंधन के दिन राखी बांधने का शुभ मुहूर्त (Rakhi Bandhne ka Muhurat) 9 अगस्त सुबह 05:47 से दोपहर 01:24 तक रहेगा.

मुहूर्त का रखें ध्यान- ऱक्षाबंधन के दिन किसी भी समय में राखी न बांधे, बल्कि केवल शुभ मुहूर्त में ही भाई की कलाई पर राखी बांधने की सलाह दी जाती है. रक्षाबंधन के दिन राखी बांधने का शुभ मुहूर्त (Rakhi Bandhne ka Muhurat) 9 अगस्त सुबह 05:47 से दोपहर 01:24 तक रहेगा.

थाली में रखें ये चीजें (Rakshabandhan Thali)- राखी बांधने से पहले थाली अच्छी तरह तैयार कर लें. सुनिश्चित कर लें कि पूजा की थाली में अक्षत, दीपक, घी, मिठाई, राखी, नारियल, रोली और जल आदि जैसी चीजें अवश्य हो. इन चीजों के बगैर रक्षाबंधन की थाली अधूरी मानी जाती है.

थाली में रखें ये चीजें (Rakshabandhan Thali)- राखी बांधने से पहले थाली अच्छी तरह तैयार कर लें. सुनिश्चित कर लें कि पूजा की थाली में अक्षत, दीपक, घी, मिठाई, राखी, नारियल, रोली और जल आदि जैसी चीजें अवश्य हो. इन चीजों के बगैर रक्षाबंधन की थाली अधूरी मानी जाती है.

भद्रा और राहुकाल का रखें ध्यान- रक्षाबंधन के दिन राहुकाल (Rahukaal) और भद्राकाल (Bhadra) के समय भाई को राखी बांधने से बचना चाहिए. राखी बांधने के लिए ये दोनों ही मुहूर्त अशुभ माने जाते हैं. बता दें कि इस साल रक्षाबधन पर भद्रा का साया नहीं रहेगा. लेकिन 9 अगस्त को सुबह 09:00 से 10:30 तक राहुकाल है.

भद्रा और राहुकाल का रखें ध्यान- रक्षाबंधन के दिन राहुकाल (Rahukaal) और भद्राकाल (Bhadra) के समय भाई को राखी बांधने से बचना चाहिए. राखी बांधने के लिए ये दोनों ही मुहूर्त अशुभ माने जाते हैं. बता दें कि इस साल रक्षाबधन पर भद्रा का साया नहीं रहेगा. लेकिन 9 अगस्त को सुबह 09:00 से 10:30 तक राहुकाल है.

दिशा का रखें रखें ध्यान- राखी बांधते समय सही दिशा का भी ध्यान रखें. दक्षिण दिशा की ओर मुख करके राखी नहीं बांधनी चाहिए. राखी बांधने के लिए वास्तु और शास्त्रनुसार पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख होना शुभ माना जाता है.

दिशा का रखें रखें ध्यान- राखी बांधते समय सही दिशा का भी ध्यान रखें. दक्षिण दिशा की ओर मुख करके राखी नहीं बांधनी चाहिए. राखी बांधने के लिए वास्तु और शास्त्रनुसार पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख होना शुभ माना जाता है.

इस रंग का न करें इस्तेमाल- काले रंग को हिंदू धर्म में अशुभ माना जाता है. वास्तु शास्त्र में इसे नकारात्मकता से जोड़ा जाता है. इसलिए रक्षाबंधन के दिन भाई-बहन काले रंग के वस्त्र न पहनें और ना ही भाई की कलाई पर काले रंग की राखी बांधे.

इस रंग का न करें इस्तेमाल- काले रंग को हिंदू धर्म में अशुभ माना जाता है. वास्तु शास्त्र में इसे नकारात्मकता से जोड़ा जाता है. इसलिए रक्षाबंधन के दिन भाई-बहन काले रंग के वस्त्र न पहनें और ना ही भाई की कलाई पर काले रंग की राखी बांधे.

Published at : 06 Aug 2025 02:30 PM (IST)

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