8वें वेतन आयोग के बाद रेलवे में न्यू जॉइनी को कितनी मिलेगी सैलरी? जानें डिटेल


अगर आप रेलवे में नौकरी करने का सपना देख रहे हैं और सोच रहे हैं कि आखिर जॉइन करने के बाद कितनी सैलरी मिलेगी, तो आपके लिए एक अच्छी खबर है. 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) को लेकर तैयारियां तेज हो चुकी हैं और इसके लागू होने के बाद नए कर्मचारियों की सैलरी में बड़ा इजाफा देखने को मिल सकता है.

फिलहाल रेलवे समेत केंद्र सरकार की अन्य नौकरियों में नए जॉइन करने वाले कर्मचारियों को 7वें वेतन आयोग के अनुसार वेतन दिया जा रहा है. वर्तमान में सबसे निचले स्तर (लेवल-1) पर न्यू जॉइनी को 18,000 रुपये बेसिक सैलरी मिलती है. इसमें डीए (महंगाई भत्ता), एचआरए (हाउस रेंट अलाउंस) और अन्य भत्ते जोड़कर कुल इन-हैंड सैलरी करीब 30,000 से 32,000 रुपये तक बनती है.

7वें वेतन आयोग में कर्मचारियों के वेतन की गणना के लिए 2.57 का फिटमेंट फैक्टर तय किया गया था, जिसके आधार पर न्यूनतम बेसिक सैलरी 18 हजार रुपये रखी गई थी. अब अटकलें लगाई जा रही हैं कि 8वें वेतन आयोग में यदि यह फिटमेंट फैक्टर 2.57 से ज्यादा किया जाता है, तो बेसिक सैलरी में भी अच्छी-खासी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है.

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8वें वेतन आयोग से क्या होगा बदलाव?

रिपोर्ट्स के मुताबिक 8वां वेतन आयोग लागू होने के बाद बेसिक सैलरी 18,000 से सीधे 26,000 रुपये तक पहुंच सकती है. अन्य भत्तों में भी इजाफा होगा, जिससे कुल इन-हैंड सैलरी लगभग 45,000 से 50,000 रुपये तक जा सकती है.

रेलवे में सैलरी के साथ अन्य फायदे 

सिर्फ सैलरी ही नहीं, रेलवे कर्मचारियों को कई और सुविधाएं भी मिलती हैं. जैसे कि मुफ्त रेल यात्रा पास, सरकारी आवास, चिकित्सा सुविधा, पेंशन (NPS), और बच्चों की शिक्षा में सहायता आदि. ऐसे में रेलवे की नौकरी को एक स्थिर और सुरक्षित करियर के रूप में देखा जाता है.

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