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WAVES 2025: यूट्यूब के सीईओ नील मोहन ने भारतीय क्रिएटर्स की इकोनॉमी पर खास जानकारी दी है. वेव्स समिट में मोहन ने कहा कि बीते 3 सालों में यूट्यूब ने भारतीय क्रिएटर्स को 21,000 करोड़ रुपये दिए हैं. कंपनी इन क्रिए…और पढ़ें

यूट्यूब सीईओ वेव्स समिट में हिस्सा लेने पहुंचे थे.
WAVES 2025: पॉपुलर वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म यूट्यूब ने खुलासा किया है कि उसने भारतीयों के जेबें भरने में कितना बड़ी भूमिका निभाई. दरअसल, यूट्यूब के सीईओ नील मोहन ने कहा है कि बीते तीन साल में यूट्यूब ने भारत के क्रिएटर्स यानी यूट्यूबर्स, एक्टर्स और मीडिया कंपनियों को 21,000 करोड़ रुपये दिए हैं. यह लोकल टैलेंट को सपोर्ट करने के लिए प्लेटफॉर्म के स्ट्रॉन्ग कमिटमेंट को दर्शाता है. नील मोहन मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में आयोजित हो रहे वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट (WAVES) 2025 में बोल रहे थे.
मोहन ने भारतीय क्रिएटर्स की ग्रोथ और ग्लोबल रीच को और बढ़ावा देने के लिए अगले 2 सालों में एडिशनल 850 करोड़ रुपये के निवेश की भी घोषणा की. उन्होंने कहा कि यूट्यूब भारत में अगली जनरेशन के क्रिएटर्स को सपोर्ट करने के लिए तैयार है. उन्होंने बताया कि नया निवेश टैलेंट की ट्रेनिंग, क्रिएटिविटी को सपोर्ट करने और भारतीय क्रिएटर्स को ग्लोबल ऑडियंस तक पहुंचने में मदद करने पर फोकस करेगा.
तेजी से बढ़ रही है भारत की क्रिएटर कम्युनिटी
मोहन ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया भर में यूट्यूब पर सबसे ज्यादा फोलो किए जाने वाले गवर्मेंट लीडर हैं. उनके 2.5 करोड़ से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं.
बता दें कि भारत की क्रिएटर कम्युनिटी तेजी से बढ़ रही है. बीते साल 10 करोड़ से ज्यादा भारतीय यूट्यूब चैनलों ने कंटेंट पब्लिश किया. 10 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर्स वाले चैनलों की संख्या 11 हजार से बढ़कर 15 हजार हो गई.
(डिस्क्लेमर – नेटवर्क18 और टीवी18 कंपनियां चैनल/वेबसाइट का संचालन करती हैं, जिनका नियंत्रण इंडिपेंडेट मीडिया ट्रस्ट करता है, जिसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज एकमात्र लाभार्थी है.)
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